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APJ ABDUL KALAM

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के बारे में तथ्य

दुनिया के सबसे मशहूर वैज्ञानिको में से एक “ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ” को तो आप जानते ही होंगे इन्हें लोग मिसाइल मैन के नाम से भी जानते है। अब्दुल कलाम जी ने अपनी ज़िन्दगी में बड़ी कठिनाईयो का सामना किया था यह तो आप जानते ही होंगे लेकिन आज हम इस महान शख्सियत के जुड़े वो तथ्य लाये है जो आप नहीं जानते तो पढ़ते रहिये “Amazing Facts About A.P.J.Abdul kalaam”

1. अब्दुल कलाम भारत के ग्यारहवें और पहले गैर-राजनीतिज्ञ राष्ट्रपति थे। ये पद उन्हें तकनीकी एवं विज्ञान में विशेष योगदान की वजह से मिला था|

2. अब्दुल कलाम राष्ट्रपति होंने के साथ साथ एक इंजिनियर और एक वैज्ञानिक भी थे।

3. बहुत कम लोगो को पता है कि अब्दुल कलाम का पूरा नाम “डॉक्टर अवुल पकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम” था।

4. अब्दुल कलाम के मन में देशभक्ति बचपन से ही थी वह एक फाइटर पॉयलेट बनना चाहते थे।

5. अब्दुल कलाम जी के पिता ज्यादा पढ़े लिखे नहीं थे।15 अक्टूबर, 1931 को जन्मे डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम एक बेहद गरीब परिवार से थे। उनके पिता के पास परिवार चलाने के नाम पर बस एक नाव थी। वे मछुआरों को नाव किराये पर दिया करते थे।

6. अब्दुल कलाम जी ने 8 साल की उम्र में ही  सुबह 4 बजे उठना शुरू कर दिया था। और रोज़ 4 बजे स्नान करने के बाद वह ट्यूशन चले जाते थे। कलाम साहब को फिजिक्स और गणित दोनों ही विषय बहुत पसंद थे।गणित पढने के लिए सुबह 4 बजे ही उठ जाते थे।

7. अब्दुल कलाम के अध्यापक स्वामीयर कलाम के साथ साथ पाँच और विद्यार्थियों को नि:शुल्क ट्यूशन पढ़ाते थे। क्योकि उन्हें लगता था कि यह लोग ज़रूर कुछ करेंगे।

8. आर्थिक तंगी के कारण डॉक्टर अब्दुल कलाम बचपन में “अखबार” भी बांटा करते थे। डॉ. कलाम शुरू से बहुत मेहनती थे। सिर्फ पांच साल की उम्र से ही, उन्होंने अपनी family को support करने के लिए अखबार बेचना शुरू कर दिया था।

9. इतना ही नहीं उनकी हालत इतनी खराब थी की वह इमली और इमली के बीज भी बेचते थे।

10. सन् 1992 से सन् 1999 तक कलाम रक्षा मंत्री के रक्षा सलाहकार भी रह चुके थे।

11. परमाणु हथियार बनाने वाले देशों की सूचि में भारत को शामिल करने के लिए अब्दुल कलाम का बहुत बड़ा योगदान रह चुका है। पोखरण-२ न्यूक्लीयर टेस्ट की सफलता के पीछे भी डॉ. कलाम का बड़ा हाथ था।

12. अब्दुल कलाम जी को वर्ष 1997 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरुस्कार “भारत रत्न” से नवाजा गया था। डॉ. कलाम भारत रत्न से सम्मानित तो हुए ही, उन्हें 40 विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की उपाधि भी प्रदान की गयी। आपको बता दें की डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण और डॉ जाकिर हुसैन के बाद कलाम ही एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें भारत रत्न मिलने के बाद राष्ट्रपति का पद मिला था।

13. अपने करियर की शुरुआत में ही अब्दुल कलाम जी ने इंडियन आर्मी के लिए एक स्माल हेलीकाप्टर डिजाईन किया था। कलाम साहब शुरू से एक पायलट बनना चाहते थे और एक बार वे इसके बेहद करीब पहुँच गए थे। Indian Air Force की selection list में वे 9वें स्थान पर थे, जबकि सिर्फ आठ लोगों का ही चयन होना था।

14. अब्दुल कलाम जी हमेशा अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता को देते थे। उनका कहना था उनकी माता ने ही उन्हें अच्छे-बुरे को समझने की शिक्षा दी। उन्होंने एक बार कहा था कि “पढाई के प्रति मेरे रुझान को देखते हुए मेरी माँ ने मेरे लिये छोटा सा लैम्प खरीदा था, जिससे मैं रात को 11 बजे तक पढ सकता था। माँ ने अगर साथ न दिया होता तो मैं यहां तक न पहुचता।”

15. अब्दुल कलाम जी को “ People’s President” भी कहा जाता था। क्योंकि वे आम लोगों से काफी नजदीकी रिश्ता बनाकर रखते थे।

16. अब्दुलकलाम जी ने एक बार कहा था कि किताबें उनकी प्रिय मित्र हैं। और उनके घर में लाइब्रेरी है, जिसमें हजारों पुस्तकें हैं। वह किताबें उनकी सबसे बड़ी संपदा(property) है।

17. एक समय रामेश्वरम में अब्दुल कलाम के दोस्त “ज़लालुद्दीन” अकेले ऐसे व्यक्ति थे, जो इंग्लिश जानते थे। वह कलाम से 15 साल बड़े थे।

18. एक बार कलाम को 3 दिन के अंदर रॉकेट का रूप रेखा तैयार करने को कहा गया। ऐसा नहीं करने पर उनकी स्कालरशिप को रद्द कर देने की धमकी भी मिली,लेकिन कलाम उस कठिन प्रोजेक्ट को पूरा करने में ऐसे लग गए कि 3 दिन के बजाए मात्र 24 घंटे के अंदर उसे पूरा कर दिया।

19. सन् 1980 में कलाम की टीम ने रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर भारत को International Space Club का सदस्य बना दिया था। 1969 में वे ISRO में चले गए और उन्हें Satellite Launch Vehicles का project director बना दिया गया। प्रोजेक्ट सफल रहा और भारत ने पृथ्वी की कक्षा में रोहिणी उपग्रह भेजने में सफलता प्राप्त की।

20. अब्दुल कलाम जी को Bharat Ratna (1997), Padma Vibhushan (1990),Padma Bhushan (1981),Indira Gandhi Award for National Integration (1997),Ramanujan Award (2000),King Charles II Medal (2007),International von Kármán Wings Award (2009),Hoover Medal (2009) समेत कई पुरुस्कार मिल चुके है।

21. वैसे अब्दुल कलाम जी युवाओं और बच्चों के बीच आज भी लोकप्रिय है। यही वजह है कि सन् 2003 और सन् 2006 में उन्हें MTV ने यूथ ऑइकन ऑफ दि ईयर नॉमिनेट किया था।

22. अब्दुल कलाम जी को संगीत से खासा लगाव था।

23. अब्दुल कलाम “गीता” और “कुरआन” दोनों पढ़ा करते थे।

24. अब्दुल कलाम साहब को “मिसाइल मैन” के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि उन्होंने भारत के लिए अग्नि और प्रथ्वी जैसी powerful मिसाइल्स invent करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

25. भारत के राष्ट्रपति डॉ.अब्दुल कलाम 26 मई 2006 को जब स्विट्ज़रलैंड की यात्रा पर वहां पहुंचे, तो स्विट्ज़रलैंड सरकार ने उस दिन को “विज्ञान दिवस” घोषित किया, जो डॉ.आज़ाद को समर्पित है।

26. एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अब्दुल कलाम जी ने अपने जीवन के सबसे बड़े अफसोस का जिक्र किया था और कहा था कि वह अपने माता पिता को उनके जीवनकाल में 24 घंटे बिजली उपलब्ध नहीं करा सके। यही उनका सबसे बड़ा अफ़सोस है।

27. भारत को सुरक्षित बनाने की दृष्टि से अब्दुल कलाम ने पृथ्वी,अग्नि जैसी कई मिसाइल भारत को दी है और आज इन मिसाइलो के बगैर भारत कुछ भी नहीं है।

28. वैसे तो कलाम साहब की कमाई बहुत हुई थी लेकिन उनकी जायदाद बहुत कम थी। क्योकि वह ज्यादातर हिस्सा दान कर दिया करते थे।

29. अब्दुल कलाम जी को सैंकड़ो बच्चे हर रोज़ पत्र लिखते थे और वह लगभग हर पत्र का उत्तर देने का प्रयास करते थे।

30. नरेंद्र मोदी समेत कई बड़ी-बड़ी हस्तियाँ कलाम को अपना आदर्श मानती है।

31. उनके जीवन से प्रेरित हो कर “ I AM Kalam” नामक बॉलीवुड मूवी भी बनायी गयी।

32.)डॉ. कलाम को बच्चों से बहुत प्यार था और वे हेमशा उनकी जिज्ञासा को शांत करने की कोशिश करते थे. यहाँ तक की अपनी मृत्यु से ठीक पहले भी वो यही काम कर रहे थे- वे IIM Shillong में स्टूडेंट्स को संबोधित कर रहे थे।

33) डॉ. कलाम जब एक बार अमेरिका गए थे तब सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें रोक कर उनकी तालाशी ली थी। भारत ने इसका कड़ा विरोध किया था।

34) जब एक बार किसी पत्रकार ने उनसे पूछा कि वो किस रूप में याद किया जाना पसंद करेगे- एक वैज्ञानिक, एक राष्ट्रपति या एक शिक्षक के रूप में? डॉ. कलाम ने कहा था- "शिक्षण एक बहुत ही महान पेशा है जो किसी व्यक्ति के चरित्र, क्षमता, और भविष्य को आकार देता है। अगर लोग मुझे एक अच्छे शिक्षक के रूप में याद रखते हैं, तो मेरे लिए ये सबसे बड़ा सम्मान होगा।"

35) डॉ. कलाम को तमिल में कविताएँ लिखने और वीणा बजाने का शौक था।

36) डॉ. कलाम शुरू में तो non-vegetarian थे लेकिन बाद में वेजिटेरियन बन गए थे।

37) डॉ. कलाम पहले ऐसे राष्ट्रपति हुए जो अविवाहित थे और एक वैज्ञानिक भी।

38) डॉ. कलाम को राष्ट्रपति बनने से पहले ही देश कर सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया जा चुका था।

39) अपने Twitter Account पे डॉ. कलाम कुल 38 लोगों को follow करते थे, जिसमे बस एक ही क्रिकेटर था- VVS Laxman.

40) डॉ. कलाम महान वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई को अपना मेंटर मानते थे।

41) डॉ. कलाम का पहला बड़ा प्रोजेक्ट, SLV-3 फेल हो गया था। उस समय वो बहुत दुखी हुए थे पर अपनी गलतियों से सीखते हुए उन्होंने आगे चल कर बड़ी-बड़ी सफलताएं अर्जित कीं।

42) डॉ. कलाम बतौर राष्ट्रपति मिलने वाले अपनी सैलरी दान में दे दिया करते थे। उन्होंने एक ट्रस्ट बनाया था- Providing Urban Amenities to Rural Areas(PURA), और इसी ट्रस्ट में वो अपनी सैलरी डोनेट कर देते थे।

43) डॉ. कलाम विशेष तौर पर उनके लिए मंगाई गयी कुर्सी पर नहीं बैठते थे, बल्कि सबके साथ बराबर की कुर्सी पर ही बैठते थे। IIT (BHU), Varansi के दीक्षांत समारोह में डॉ कलाम मुख्य अतिथि थे। जब वे मंच पर पहुंचे तो देखा कि उनके लिए जो कुर्सी लगी है वो बाकी कुर्सियों से बड़ी है। उन्होंने तुरंत उस पर बैठने से मना कर दिया और vice-chancellor को उस पर बैठने का आग्रह किया। जब vice-chancellor भी नहीं बैठे तो same size की एक कुर्सी मंगाई गयी और तब सब लोग बैठ पाए।

44) एक बार डॉ. कलाम ने याहू पर पूछा, “What should we do to free our planet from terrorism?/ हमें दुनिया को आतंकवाद से मुक्त करने के लिए क्या करना चाहिए?” तो इसके जवाब में उन्हें 30,000 responses मिले।

45) डॉ. कलाम चाहते थे कि राष्ट्रपति भवन पूरी तरह से सौर्य उर्जा से संचालित हो, लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान ये कार्य पूरा नही हो पाया।

46) डॉ. कलाम की inspiring autobiography, “Wings of Fire” (Buy Now from AMAZON), फ्रेंच और चायनीज सहित 13 भाषाओँ में ट्रांसलेट की जा चुकी है।

47) डॉ. कलाम ने अलग-अलग विषयों पर कम से कम 15 किताबें लिखी हैं. उनका कहना था- लिखना मेरा प्यार है। अगर आप किसी चीज से प्यार करते हैं, आप उसके लिए बहुत सारा समय निकाल लेते हैं। मैं रोज दो घंटे लिखता हूँ, आमतौर पे मध्यरात्रि में शुरू करता हूँ, कभी कभी मैं 11 बजे से लिखना शुरू करता हूँ।

48) डॉ. कलाम को समुद्र से बेहद लगाव था।

49) अपने माता-पिता की आँखों की समस्या के लिए कुछ ख़ास न कर पाना डॉ कलाम के जीवन का सबसे बड़ा अफ़सोस था। इससे सम्बंधित डिटेल्ड पोस्ट यहाँ पढ़ें. – क्या था डॉ. कलाम की ज़िन्दगी का सबसे बड़ा अफ़सोस

50) राष्ट्रपति के तौर पे उन्हें अदालतों द्वारा दिए गए मृत्यु दण्ड की पुष्टि करना बेहद कठिन काम लगता था।

51) डॉ. कलाम एक कुशल लीडर थे। वे किसी भी परियोजना के फेल होने पर खुद को जिम्मेदार ठहराते थे लेकिन सफलता मिलने पर पूरी टीम को श्रेय देते थे।

डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के 11 सिद्धांत

डॉ. कलाम के दर्शन सिद्धान्त बेहद प्रभावशाली हैं।

1.जो लोग जिम्मेदार, सरल, ईमानदार एवं मेहनती होते हैं, उन्हे ईश्वर द्वारा विशेष सम्मान मिलता है। क्योंकि वे इस धरती पर उसकी श्रेष्ठ रचना हैं।

2. किसी के जीवन में उजाला लाओ।
3. दूसरों का आशीर्वाद प्राप्त करो, माता-पिता की सेवा करो, बङों तथा शिक्षकों का आदर करो, और अपने देश से प्रेम करो इनके बिना जीवन अर्थहीन है।

4. देना सबसे उच्च एवं श्रेष्ठ गुणं है, परन्तु उसे पूर्णता देने के लिये उसके साथ क्षमा भी होनी चाहिये।

5. कम से कम दो गरीब बच्चों को आत्मर्निभर बनाने के लिये उनकी शिक्षा में मदद करो।

6. सरलता और परिश्रम का मार्ग अपनाओ, जो सफलता का एक मात्र रास्ता है।

7. प्रकृति से सीखो जहाँ सब कुछ छिपा है।

8. हमें मुस्कराहट का परिधान जरूर पहनना चाहिये तथा उसे सुरक्षित रखने के लिये हमारी आत्मा को गुणों का परिधान पहनाना चाहिये।

9. समय, धैर्य तथा प्रकृति, सभी प्रकार की पिङाओं को दूर करने और सभी प्रकार के जख्मो को भरने वाले बेहतर चिकित्सक हैं।

10. अपने जीवन में उच्चतम एवं श्रेष्ठ लक्ष्य रखो और उसे प्राप्त करो।

11. प्रत्येक क्षण रचनात्मकता का क्षण है, उसे व्यर्थ मत करो।

अब्दुल कलाम, सादा जीवन, उच्च विचार तथा कङी मेहनत के उद्देश्य को मानने वाले वो महापुरूष हैं जिन्होने सभी उद्देशों को अपने जीवन में निरंतर जिया भी है। उनका कहना है कि— सपने देखना बेहद जरूरी है, लेकिन सपने देखकर ही उसे हासिल नही किया जा सकता। सबसे ज्यादा जरूरी है जिन्दगी में खुद के लिये कोई लक्ष्य तय करना.

डॉ. अब्दुल कलाम के जीवन के 10 प्रेरक प्रसंग

1. जब डॉ कलाम बतौर वैज्ञानिक काम करते थे तो एक बार उनकी टीम के एक सदस्य ने घर जल्दी जाने की अनुमति मांगी ताकि वो अपने बच्चों को एक exhibition में ले जा सके। लेकिन व्यस्तता के कारण वो ये बात भूल गया। शाम को sorry feel करता हुआ जब वो थोड़ी देर से घर पहुंचा तो पता चला कि डॉ कलाम बच्चों को प्रदर्शनी दिखाने ले गए हैं।

2. 2013 में San Diego, California, में आयोजित एक समारोह में जब खाने के वक्त कुछ भारतीय बच्चे डॉ कलाम से मिलने पहुंचे तब उन्होंने एक स्टूडेंट को अपनी प्लेट में खाने के लिए कहा। Insist करने पर बच्चे ने उनके सलाद में से spinach की एक leaf उठा ली, जो उसकी बाकी की ज़िन्दगी के लिए leaf of inspiration बन गयी।

3. जब डॉ कलाम DRDO में थे तो किसी बिल्डिंग की सुरक्षा के लिए उसकी बाहरी दीवारों के उपर कांच के टुकड़े लगाने का suggestion आया। पर उन्होंने इसे ये कहते हुए reject कर दिया कि ऐसा करने से birds जब दीवार पर बैठेंगी तो उन्हें चोट पहुँच सकती है।

4. एक बार डॉ कलाम जब स्कूल के बच्चों को lecture दे रहे थे तभी बिजली में कुछ गड़बड़ी हो गयी । डॉ कालम उठे और सीधा बच्चों के बीच चले गए और उन्हें घेर कर खड़े हो जाने के लिए कहा। इस तरह से उन्होंने लगभग 400 बच्चों के साथ बिना माइक के संवाद किया।

5. एक बार क्लास 6th के एक स्टूडेंट ने “Wings Of Fire”  किताब पढने के बाद डॉ कलाम का एक स्केच बनाया। परिवार वालों ने encourage किया कि इसे President को भेजो। लड़के ने सोचा इससे क्या होगा, ये तो उन्हें मिलेगा भी नहीं, पर फिर भी बहुत जोर डालने पर उसने स्केच भेज दिया। कुछ दिन बाद उसे डॉ. कलाम का sign किया हुआ Thank You note आया।

6. राष्ट्रपति बनने के कुछ दिन बाद वो किसी इवेंट में शरीक होने वो केरला राज भवन, त्रिवेंद्रम गए। उनके पास अपनी तरफ से किन्ही दो लोगों को बुलाने का अधिकार था, और आप जान कर हैरान होंगे कि उन्होंने किसे बुलाया- एक मोची को और एक छोटे से होटल के मालिक को। दरअसल, डॉ. कलाम बतौर scientist काफी समय त्रिवेन्द्रम में रहे थे, और तभी से वे इन लोगों को जानते थे, और किसी नेता या सेलेब्रिटी को बुलाने की बजाये उन्होंने इन आम लोगों को importance दी।

7. IIT (BHU), Varansi के दीक्षांत समारोह में डॉ कलाम मुख्य अतिथि थे। जब वे मंच पर पहुंचे तो देखा कि उनके लिए जो कुर्सी लगी है वो बाकी कुर्सियों से बड़ी है। उन्होंने तुरंत उस पर बैठने से मना कर दिया और vice-chancellor को उस पर बैठने का आग्रह किया। जब vice-chancellor भी नहीं बैठे तो same size की एक कुर्सी मंगाई गयी और तब सब लोग बैठ पाए।

8. भारत के राष्ट्रपति होते हुए भी वो बिलकुल आम लोगों की तरह रहते हे। एक बार उन्होंने Yahoo पर एक प्रश्न पुछा –“What should we do to free our planet from terrorism?”आप इसे यहाँ देख सकते हैं। इस प्रश्न के उत्तर में बहुत से लोगों ने उत्तर दिया, जिनमे भारत की जान-मानी हस्तियां भी शामिल हैं।

9. जब कोई प्रेसिडेंट बन जाता है तो सरकार उसकी सारी ज़रूरतों का ध्यान रखती है, पद से हटने के बाद भी। इसलिए डॉ. कलाम ने अपनी सारी सेविंग्स Providing Urban amenities in Rural Areas (PURA) initiative के लिए donate कर दीं।

10. जब डॉ कलाम DRDO में थे तब उन्हें एक college event के लिए बतौर chief guest invite किया गया था। लेकिन डॉ कलाम ने रात में ही वेन्यू का चक्कर लगाने पहुँच गए, वहां जाकर उन्होंने कहा कि वो real hard working लोगों से मिलना चाहते[truncated by WhatsApp]
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